अब हरियाणा रोहिंग्या मुसलमान होगें साफ, पुलिस और गुप्तचर विभाग अलर्ट 🚨
दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ शुरू हुए जांच अभियान के बाद अब हरियाणा पुलिस और गुप्तचर विभाग भी पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। दिल्ली में चल रही कार्रवाई के बाद रोहिंग्याओं के हरियाणा में शरण लेने की संभावना के चलते बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी गई है।
बॉर्डर पर चौकसी बढ़ी 🛂
हरियाणा में करीब 12 साल पहले रेवाड़ी, नूंह, महेंद्रगढ़ और फरीदाबाद में बांग्लादेश से आए रोहिंग्या मुसलमानों को बसाया गया था। अब दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के खिलाफ अभियान चलने के कारण आशंका है कि वह हरियाणा में शरण ले सकते हैं। इसके बाद सरकार ने दिल्ली से सटे जिलों में पुलिस और सीआईडी को अलर्ट रहने के लिए कहा है।
अवैध गतिविधियों पर रोकथाम 🚔
सरकार ने बांग्लादेशियों और रोहिंग्या मुसलमानों को पकड़ने के लिए पुलिस और गुप्तचर विभाग को अलर्ट रहने को कहा है। विश्व हिंदू परिषद ने भी सरकार के आगे शिकायत की कि ये रोहिंग्या देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं। इसके बारे में पूरी जानकारी के बगैर इन्हें रोकना मुमकिन नहीं है, इसलिए इन्हें बाहर निकाला जाना चाहिए और तब तक पूरी सख्ती बरती जानी चाहिए।
रोहिंग्याओं की संख्या में वृद्धि 📈
हरियाणा सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, पूरे प्रदेश में 600 से 700 परिवार रोहिंग्या मुसलमानों के हैं। अकेले मेवात में करीब 2 हजार रोहिंग्या रहते हैं। चर्चा है कि बीते दिनों मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की ओर से प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर की गई समीक्षा बैठक में भी राज्य में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं का मुद्दा उठा था।
तालिका: हरियाणा में रोहिंग्या मुसलमानों की स्थिति
जिला | रोहिंग्या मुसलमानों की संख्या |
---|---|
रेवाड़ी | 200 |
नूंह | 2000 |
महेंद्रगढ़ | 100 |
फरीदाबाद | 300 |
अलर्ट मोड में हरियाणा पुलिस और गुप्तचर विभाग 🚨
दिल्ली में एलजी वीके सक्सेना के आदेश के बाद ऐसे लोगों की पहचान करने के लिए तमाम विभागों को आदेश भी दिया गया है। हरियाणा में भी पुलिस और गुप्तचर विभाग को अलर्ट कर दिया गया है, ताकि रोहिंग्या मुसलमानों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके और किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों को रोका जा सके।
सरकार का सख्त कदम 🔒
हरियाणा सरकार ने रोहिंग्याओं के खिलाफ सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। पुलिस और गुप्तचर विभाग की टीमें रोहिंग्या मुसलमानों की पहचान कर रही हैं और उनकी गतिविधियों पर नजर रख रही हैं। सरकार का कहना है कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अवैध गतिविधियों की जांच 📋
रोहिंग्या मुसलमानों की संख्या में वृद्धि के साथ ही उनके द्वारा की जा रही गतिविधियों पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। सरकार और पुलिस विभाग का कहना है कि सभी संदिग्ध गतिविधियों की जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।